प्रथम विश्व युद्ध में शामिल प्रमुख देशों

 प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) एक वैश्विक संघर्ष था, जिसमें कई देशों ने भाग लिया और यह युद्ध मुख्यतः यूरोप में लड़ा गया। यह युद्ध दो बड़े गुटों के बीच लड़ा गया: मित्र राष्ट्र (Allied Powers) और मध्य शक्तियाँ (Central Powers)। इसके अलावा कुछ तटस्थ देश भी थे जो युद्ध में सीधे शामिल नहीं हुए, लेकिन उनके प्रभाव और रणनीतिक स्थिति ने युद्ध के परिणामों को प्रभावित किया।

                                                       


नीचे प्रथम विश्व युद्ध में शामिल प्रमुख देशों की जानकारी दी गई है:

1. मित्र राष्ट्र (Allied Powers)

1.1 ब्रिटेन (United Kingdom)

  • ब्रिटेन इस युद्ध में प्रमुख मित्र राष्ट्र था। इसके साम्राज्य के अंतर्गत कई उपनिवेश भी युद्ध में शामिल हुए।
  • ब्रिटिश साम्राज्य के सैनिकों में भारत, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका आदि देशों के सैनिक शामिल थे।
  • ब्रिटेन ने पश्चिमी मोर्चे पर प्रमुख भूमिका निभाई और युद्ध के अंत में जर्मनी की हार में निर्णायक योगदान दिया।

1.2 फ्रांस (France)

  • फ्रांस युद्ध में शुरुआती दौर से ही शामिल था और इसकी सीमाओं पर बड़ी लड़ाइयाँ लड़ी गईं।
  • फ्रांस ने जर्मनी के साथ सीधी लड़ाई लड़ी और अंततः अलसास और लोरेन क्षेत्र वापस प्राप्त किया।

1.3 रूस (Russia)

  • रूस युद्ध के शुरुआती चरण में मित्र राष्ट्रों का प्रमुख सदस्य था, लेकिन 1917 की रूसी क्रांति के कारण युद्ध से बाहर हो गया।
  • रूस ने पूर्वी मोर्चे पर जर्मनी और ऑस्ट्रिया-हंगरी के खिलाफ लड़ाई लड़ी।

1.4 संयुक्त राज्य अमेरिका (United States)

  • अमेरिका ने 1917 में युद्ध में प्रवेश किया, और इसका युद्ध में प्रवेश मित्र राष्ट्रों के लिए निर्णायक साबित हुआ।
  • अमेरिकी सैनिकों ने पश्चिमी मोर्चे पर जर्मनी के खिलाफ लड़ाई में मदद की और युद्ध के परिणाम को प्रभावित किया।

1.5 इटली (Italy)

  • इटली ने 1915 में मित्र राष्ट्रों के पक्ष में युद्ध में प्रवेश किया, हालाँकि पहले वह मध्य शक्तियों के साथ था।
  • इटली ने ऑस्ट्रिया-हंगरी के खिलाफ युद्ध लड़ा, जिसमें कई बड़ी लड़ाइयाँ लड़ी गईं।

1.6 जापान (Japan)

  • जापान ने एशिया में जर्मन उपनिवेशों पर हमला किया और मित्र राष्ट्रों का समर्थन किया।
  • जापान की भागीदारी ने इसे एशिया में प्रभावशाली शक्ति बना दिया।

1.7 सर्बिया (Serbia)

  • सर्बिया की भूमिका युद्ध की शुरुआत के कारणों में से एक थी, जब ऑस्ट्रिया-हंगरी के आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड की हत्या सर्बिया के एक राष्ट्रवादी द्वारा की गई।
  • सर्बिया ने ऑस्ट्रिया-हंगरी के खिलाफ संघर्ष किया, जिसने युद्ध की शुरुआत में प्रमुख भूमिका निभाई।

2. मध्य शक्तियाँ (Central Powers)

2.1 जर्मनी (Germany)

  • जर्मनी इस युद्ध में मुख्य रूप से शामिल था और इसके प्रमुख नेता कैसर विल्हेम द्वितीय थे।
  • जर्मनी ने पश्चिमी और पूर्वी दोनों मोर्चों पर युद्ध लड़ा, जिसमें फ्रांस और ब्रिटेन के साथ पश्चिमी मोर्चे पर बड़ी लड़ाइयाँ लड़ी गईं, और रूस के साथ पूर्वी मोर्चे पर लड़ाई हुई।

2.2 ऑस्ट्रिया-हंगरी (Austria-Hungary)

  • ऑस्ट्रिया-हंगरी साम्राज्य ने सर्बिया के खिलाफ युद्ध छेड़ा, जो युद्ध की शुरुआत का मुख्य कारण बना।
  • यह साम्राज्य युद्ध के दौरान आंतरिक समस्याओं का सामना करता रहा और युद्ध के अंत में इसका पतन हो गया।

2.3 ऑटोमन साम्राज्य (Ottoman Empire)

  • ऑटोमन साम्राज्य ने मध्य पूर्व और दक्षिण-पूर्वी यूरोप में युद्ध लड़ा।
  • इसने ब्रिटिश और फ्रांसीसी सेनाओं के खिलाफ गैलीपोली और मध्य पूर्व के क्षेत्रों में प्रमुख लड़ाइयाँ लड़ीं।

2.4 बुल्गारिया (Bulgaria)

  • बुल्गारिया ने मध्य शक्तियों के पक्ष में युद्ध में शामिल होकर सर्बिया और अन्य बाल्कन देशों के खिलाफ संघर्ष किया।

3. तटस्थ देश (Neutral Countries)

3.1 स्विट्जरलैंड (Switzerland)

  • स्विट्जरलैंड युद्ध के दौरान पूरी तरह से तटस्थ रहा।
  • यह देश मानवतावादी कार्यों में शामिल था और घायल सैनिकों के लिए सुरक्षित आश्रय प्रदान करता रहा।

3.2 स्पेन (Spain)

  • स्पेन ने भी तटस्थता बनाए रखी, हालांकि वह सामरिक रूप से महत्वपूर्ण था।
  • स्पेन के तटस्थ रहने से वह युद्ध से बचा रहा, लेकिन युद्ध के बाद यूरोपीय राजनीति में इसका प्रभाव बना रहा।

3.3 नीदरलैंड (Netherlands)

  • नीदरलैंड ने तटस्थता बनाए रखी और युद्ध के दौरान इसके क्षेत्र में किसी भी संघर्ष से बचा।
  • युद्ध के बाद नीदरलैंड ने शरणार्थियों की मदद की और यूरोपीय राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभाई।

3.4 स्वीडन (Sweden)

  • स्वीडन भी तटस्थ रहा और इसने युद्ध में किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं किया।
  • युद्ध के दौरान स्वीडन ने अपनी व्यापारिक गतिविधियाँ जारी रखीं और यूरोप की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

3.5 डेनमार्क (Denmark)

  • डेनमार्क ने भी युद्ध में तटस्थता बनाए रखी और किसी भी गुट के पक्ष में युद्ध में शामिल नहीं हुआ।

युद्ध में भागीदारी का महत्व

  • प्रथम विश्व युद्ध में 60 से अधिक देशों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाग लिया।
  • कई देशों ने उपनिवेशों के माध्यम से सैनिक भेजे, जैसे ब्रिटेन और फ्रांस ने अपने उपनिवेशों से लाखों सैनिक युद्ध में भेजे।
  • युद्ध के बाद कई देशों में राजनीतिक परिवर्तन हुए और साम्राज्य टूटे। ऑस्ट्रिया-हंगरी, ऑटोमन साम्राज्य, और जर्मनी के साम्राज्य का पतन हो गया।

निष्कर्ष

प्रथम विश्व युद्ध में शामिल देशों ने वैश्विक इतिहास पर गहरा प्रभाव डाला। युद्ध के कारण न केवल भू-राजनीतिक सीमाओं में बदलाव आया, बल्कि इससे उत्पन्न असंतोष और संघर्षों ने द्वितीय विश्व युद्ध की नींव भी रखी

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